-वर्ष 2003 में किया था अपहरण,मिट चुकी थी पहचान
-दरोगा उमेश ने किया कमाल,64 साल का है आरोपी सुरेंद्र
खबर तफ्तीश,रूद्रपुर।
कहावत है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों नहीं हो। कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता। ऐसा ही एक मामला कोतवाली किच्छा इलाके में हुआ। जहां वर्ष 2003 में कक्षा तीन की छात्रा का अपहरण करने वाला नामजद 25 हजार के इनामी आरोपी को पुलिस ने 21 साल बाद चंदौली सुरीली देवरिया से गिरफ्तार कर लिया है।
वर्ष 2003 में आरोपी सुरेंद्र महतो ने 40 साल की आयु में अपहरण का अपराध किया था और वर्ष 2024 में उसकी उम्र 64 साल हो चु की है। मफरूर यानी लापता हो चुके सुरेंद्र की कोई पहचान ही नहीं थी,लेकिन किच्छा कोतवाली के दरोगा उमेश कुमार ने जब ठाना कि वह आरोपी को दबोचकर सलाखों की पीछे भेजेगा और तीन माह की कड़ी तफ्तीश के बाद आखिरकार आरोपी सुरेंद्र पकड़ा ही गया।
———————-
कोट
वर्ष 2003 में 500 व 2024 में 25000 का इनाम
रूद्रपुर। वर्ष 2003 में नाबालिग छात्रा का अपहरण करने वाले आरोपी सुरेंद्र महतो की गिरफ्तारी नहीं हो पाई,तो आरोपी पर 500 रुपये का ईनाम घोषित हुआ,जो वर्ष 2024 में 25000 हो गया। ऐसे में सुरेंद्र अब दादा-नाना भी बन चुकी है और देवरिया में मेहनत मजदूरी करता रहा।
कोट
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने दरोगा की पीठ थपथपाते हुए उमेश कुमार 2500 रुपये का इनाम देने की घोषणा की। कहा कि वास्तव में 21 साल बाद जिस प्रकार इनामी फरार आरोपी को दबोचा गया है। उसे साफ हो गया है कि अब पुलिस लंबे समय से फरार किसी भी आरोपी को छोडेगी नहीं। मुहिम चलाकर आरोपियों को पकड़ा जाएंगा।
——————————