खबर तफ्तीश,रूद्रपुर।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और भूमि अधिग्रहण अधिकारी के संयुक्त खाते में हुई हेराफेरी के मुख्य आरोपी और 2 5 हजार के इनामी को एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया अभियुक्त इतना शातिर था कि उसने खाताधारक अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर और चेक मुहैया कराकर फर्जीवाड़ा किया था। जिसमें कई गिरफ्तारियां भी हुई थी। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
मंगलवार को खुलासा करते हुए एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि दो सितंबर 2024 को तत्कालीन विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कौस्तुभ मिश्रा ने मुकदमा दर्ज करते हुए बताया था कि आवास विकास स्थित इंडसइंड बैंक में काला और एनएचएआई पी डी का संयुक्त खाता है। अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फर्जी हस्ताक्षर, फर्जी चेक,निकासी अनुमति पत्र लगाकर 13.51 करोड़ रुपये निकालकर सरकारी धन की हेराफेरी की है। तहरीर के आधार पर थाना ट्रांजिट कैंप पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर तफ्तीश प्रारंभ कर दी और प्रारंभिक पड़ताल में बैंक प्रबंधक और कैशियर की गिरफ्तारी भी की,लेकिन सरकारी खजाने को खंगालने वाला मुख्य आरोपी फरार चल रहा था। बावजूद इसके 10 माह बाद भी पुलिस की तफ्तीश जारी थी। तफ्तीश में घपले का मास्टरमाइंड सोनीपत हरियाणा निवासी रामकुमार उर्फ चेयरमैन का नाम सामने आया। पिछले दस माह से संयुक्त टीम 25 हजार के इनामी बदमाश रामकुमार की तलाश कर रही थी। 23 जून को मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने सोनीपत हरियाणा में दबिश देकर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि साजिशकर्ता चेयरमैन ही है और फर्जी चेक,सांठगांठ का खेल भी आरोपी ने बुना था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
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