खबर तफ्तीश,रूद्रपुर।
62.50 लाख की साइबर ठगी का मुख्य आरोपी सिविल इंजीनियर को साइबर क्राइम सेल ने तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लि या है । बताया कि अभियुक्त ने फर्जी मेट्रोमोनियल वेबसाइट बनाकर युवकों को प्रेम जाल में फंसाकर साइबर ठगी को अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि नैनीताल जिले के एक युवक ने शिकायती पत्र देकर मुकदमा पंजीकृत कराया था। बताया था कि मेट्रीमोनियल साइट पर युवती अनजान युवती का मैसे ज मोबाइल पर आया। कुछ समय बाद युवती व्हाट्सएप एवं कॉलिंग से बातचीत कर ने लगी और खुद को कपड़ा व्यापारी बताने लगी। इसी दौरान युवती ने ऑफर दिया कि कम निवेश पर ज्यादा मुनाफे का व्यापार करते है। तो दोनों मिलकर जल्द ही बड़ा व्यापार कर सकते है। प्रलोभन देकर युवती ने योजनाबद्ध तरीके से 62.50 लाख की ऑनलाइन क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर दिया। जब मुनाफा देने का समय आया,तो मोबाइल और संप र्क भी बंद कर दिया। प्रकरण की तफ्तीश एसटीएफ साइबर क्राइम थाना सेल को सौंप दी। आधुनि क तकनीक का इस्तेमाल करते हुए साइबर क्राइम सेल को पता चला कि युवती महज एक माध्यम है,जबकि साइबर ठगी का मुख्य साजिशकर्ता वेलमुरूगन निवासी जयनगर राकिया पल्लम पीरियू नालुर तिरुपुर तमिलनाडु का नाम सामने आया। जिसके आधार साइ बर क्राइम सेल ने कोयम्बटूर तमिलनाडु पुलिस की मदद से दंबिश देकर मुख्य अभियुक्त वेलमुरूगन को दबोच लिया और पूछताछ में पता चला कि अभियुक्त एक सिविल इंजीनियर है और फर्जी मेट्रीमोनि यल वेबसाइट से लोगों को फंसाता था। पुलिस ने आरोपी को न्याया लय के समक्ष पेश कर दिया है।
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पढिए:-62.50 लाख साइबर ठग सिविल इंजीनियर वेलमुरूगन दबोचा -साइबर क्राइम सेल तमिलनाडु से किया गिरफ्तार -बना रखी थी फर्जी मेट्रोमोनियल वेबसाइट
