खबर तफ्तीश,रूद्रपुर।
-साइबर क्रिमिनलों का डिजिटल अरेस्ट का फंडा दिन प्रतिदिन लोगों को अपना शिकार बना रहा है। ऐसे ही सीआर पीएफ से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर को भयभीत कर डिजिटल अरेस्ट कर दिया और फिर 60 लाख की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे डाला। साइबर क्राइम थाना सेल ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों की तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम रोपा बेतालघाट नैनीताल निवासी रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर सीआरपीएफ खेम सिंह ने बताया कि तीन जुलाई 2025 को वह घर पर अकेला था कि तभी एक अज्ञात व्यक्ति की आती है। जो खुद को टेलीकॉम विभाग का कर्मी बता रहा था। कॉलर ने सिम बंद किए जाने की जानकारी देते हुए बताया कि आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर से लोगों को धमकाकर ब्लैकमेल किया जा रहा है। जिसके बाद कॉलर ने सर्विलांस साइबर क्राइम ब्रांच मुंबई के सीनियर अधिकारी से वार्ता करने का ऑफर दिया और थोड़ी ही देर बाद सीनियर अधिकारी की वीडियो कॉल आती है। जिसने कानून दावपेंच बताते हुए सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने का भय पैदा किया और डिजिटल अरेस्ट कर ते हुए रिटायर्ड पैरामिलिट्री अधिकारी के खाते से 60 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए और संपर्क करना बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद जब उसे साइबर ठगी का एहसास हुआ। तो साइबर क्राइम थाना सेल ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
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पढिए:-फिर हुआ डिजिटल अरेस्ट,60 लाख का कर डाली ठगी -पैरामिलिट्री से रिटायर है शिकायतकर्ता -साइबर क्राइम थाना सेल ने दर्ज की रिपोर्ट
