खबर तफ्तीश,रूद्रपुर। नगर जिले में जरायम का एक अलग स्याह चेहरा सामने आ रहा है। बनबसा से सटे नेपाल के इलाके में कैसीनो की भी एक अलग ही मायावी दुनिया चल रही है, जहां तराई भाबर के व्यापारी कंगाल हो रहे हैं। लंबे समय से यह खेल चल रहा है लेकिन अब इसके साइड इफैक्ट बढ़ने लगे हैं तो चर्चा का विषय बन रहा है।
दूसरों के घर उजाड़कर अपने घर खुशहाल करने का यह दोहरा खेल है। ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ प्रभावशाली लोगों ने बनबसा से सटे नेपाल के इलाकों में कैसीनो क्लब में अपनी पैठ बढ़ा ली है। नेपाल में स्थानीय लोगों के कैसीनो में प्रतिबंध होना बताया जाता है इसलिए इन कैसीनो को चलाने के लिए कमीशनबेस गैंग भी बन गए हैं। ये गैंग संगठित तौर पर तराई भाबर के युवा व्यापारियों को इन कैसीनो में ले जा रहे हैं जहां व्यापारी व युवा अपनी और अपनों की मेहनत की गाढ़ी कमाई लुटाकर रातोंरात बर्बाद हो रहे हैं। पुलिस और खुफिया तंत्र भी अब इस सिंडिकेट को तोड़ने के लिए सक्रिय हो गया है।
यह मायावी दुनिया बसने से पहले अक्सर तराई भाबर के धनाढ्य वर्ग के लोग बाहरी देशों की ओर रुख करते रहे हैं, लेकिन करीब 6-7 साल में इसका चलन तेजी से बढ़ा है। तराई भाबर में फैल चुके रुद्रपुर बेस गैंग ने रुद्रपुर, गदरपुर, किच्छा के अलावा सीमावर्ती एरिया बिलासपुर के धनाढ्य युवाओं को शिंकजे में ले लिया है। सूत्रों के अनुसार, यदि रविवार और सोमवार की रात इन कैसीनो में जाया जाए तो सबसे ज्यादा ऊधमसिंह नगर या फिर सीमावर्ती बिलासपुर के युवाओं का जमघट लगा मिलेगा। शाम ढलते ही इन कैसीनो में युवा व्यापारियों का पहुंचना शुरू हो जाता है और फिर शुरू होता है मायावी रात का काला सच, जो अपनी मेहनत की कमाई से कैसीनो में कॉइन खरीदते हैं और एक बार अंदर प्रवेश करने के बाद सारा पैसा लुटाकर ही वापस आते हैं।
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ऐसे काम करता है नेटवर्क
रुद्रपुर: सूत्रों के अनुसार, धनाढ्य वर्ग के लोगों को इन कैसीनो में ले जाना वाला नेटवर्क इन लोगों द्वारा खरीदे गए कॉइंस पर 10-12 फीसदी कमीशन लेता है। एक बार कैसीनो का ऐसा चस्का लगता है जो हार-जीत के मायाजाल में फंसकर बर्बाद होकर ही छूटता है। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, तराई भाबर के खासतौर पर रुद्रपुर शहर में यह भी चर्चा है कि अमीर होने के सपने दिखाकर कैसीनो में बर्बादी की पटकथा लिखने वाला कोई दोस्त या परिचित ही बनता है, जो कहीं न कहीं इस नेटवर्क से जुड़ा होता है। कहां तो यहां तक जाता है कि धनाढ्य वर्ग के लोगों को किसी झंझट से बचने के लिए इन कैसीनो में ले जाने तक भी सुविधा दी जाती है। फिर इस आधुनिक जुआघर में झोंककर किसी दूसरे शिकार की तलाश में लग जाता है।
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सुसाइड या जरायम ही रास्ता
रुद्रपुर: कैसीनो में सब कुछ लुटाने के बाद जब मायाजाल का भ्रम टूटता है तो इसमें फंसा व्यापारी या युवा आर्थिक स्थिति से उभरने के लिए संघर्ष करता है। अपने आपको फिर से सामान्य जिंदगी में लाने के प्रयास होते हैं। इसमें सफल न होने पर सुसाइड या फिर जरायम में कदम रखने के सिवाय कोई तीसरा रास्ता नहीं बचता है। ऐसे ही कुछ मामले भी देखने को मिले हैं, जहां कई युवा कर्ज होने के कारण जान गंवा चुके हैं या अपराध में उतर चुके हैं।
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