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भ्रष्टाचारियों ने ही कर डाला,नीलामी प्रक्रिया में घोटाला -वर्ष 2017 में हुआ था गेहूं बीज घोटाला मामला -ठुकराल ने आरटीआई लगाकर मांगी जानकारी

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खबर तफ्तीश,रूद्रपुर।
12 करोड़ की नीलामी निविदा को महज 6.49 करोड़ में एक ही फर्म को दिए जाने का मामला आखिरकार तूल पकड़ता जा रहा है। जिसको लेकर पिछले कुछ दिनों से पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल आक्रामक रुख अपना रहे है और प्रबंध निदेशक एवं लोक सूचना अधिकारी उत्तराखंड बीज विकास निगम मुख्यालय हल्द्वी कार्यालय पहुंचकर सूचना अधिकार मांगा डाला।
आरटीआई लगाने के बाद ठुकराल का कहना था कि पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में आए टी.डी.सी ध्वस्तीकरण की आड़ में महाघोटाला हुआ है,क्योकि जिस निविदा की धनराशि 12 करोड़ निर्धारित थी। उसी निविदा की आड़ में कई ऐसे बीज विधायन संयंत्र को महज 6.49 करोड़ में नीलाम कर दी गई,जबकि यदि निविदा सार्वजनिक होती,तो 500 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो सकता था, क्योंकि टी.डी.सी क्षेत्रफल के हिसाब से काफी बड़ा था। पूर्व विधायक ठुकराल ने आरटीआई में यह भी सूचना मागी की। इ स निविदा घोटाले करने की इजाजत उस अधिकारी को दी गई। जो खुद वर्ष 2017 में 16 करोड़ के गेहूं बीज घोटाले का मुख्य आरोपी है। सूचना अधिकार में यह भी मांगा गया है कि किस नियम के तहत एक ही कंस्ट्रक्शन फर्म को ही क्यों औने-पौने दामों में निविदा दी गई। टीडीसी के तहत कितने भवन,वाहन,आवास और हरे-भरे पेड़ थे। आखिर क्यों ऐसे अधिकारी को टी.डी.सी ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी दी गई। जिस पर खुद ही घोटाले का मामला पंजीकृत हुआ था। पूर्व विधायक ठुकराल ने ऐसे कई सवाल उठाते हुए सूचना अधिकार का प्रयोग कर जवाब मांगे है।
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10 अधिकारियों पर हुआ था मुकदमा
रूद्रपुर। पंतनगर टीडीसी में गेहूं बीज विक्रय घोटाला प्रकरण में वर्ष 2017 के तत्कालीन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी द्वारा टी डीसी के 10 अधिकारी-कार्मिकों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। शिकायत थी कि वर्ष 2015-16 में गेहूं बीज विक्रय में घोटाला हुआ और चार सदस्यीय जांच कमेटी ने तफ्तीश की,तो गेहूं बीज विक्रय घोटाला 16 करोड़ का निकला। तत्कालीन लेखाकार,उप मुख्य विपणन अधिकारी एवं मुख्य अभियंता सहित 10 के खिलाफ मुक दमा दर्ज हुआ था और सभी आरोपियों पर निलंबन की कार्रवाई भी हुई थी।
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छह-छह माह की काटी थी जेल
रूद्रपुर। वर्ष 2017 में टी.डी.सी गेहूं बीज विक्रय घोटाले के मुख्य तीन ऐसे साजिशकर्ता थे। जिनके द्वारा ही 16 करोड़ के बीज गेहूं विक्रय घोटाले की पटकथा लिखी गई थी। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद मुख्यत: तीनों आरोपियों ने छह-छह माह की जेल भी काटनी पड़ी थी और उस वक्त यह प्रकरण अखबारों की सुर्खियां बटोर रहा था। पूर्व विधायक ठुकराल का आरोप है कि आरटीआई का जवाब आते है। वर्ष 2017 में भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल गए। ऐसे लोगों के नामों को भी उजागर किया जाएंगा।
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पंतनगर एयरपोर्ट का विस्तारीकरण होगा तराई भाबर के लिए खुशी की बात है,लेकिन इसकी आड़ में टी.डी.सी का अस्तित्व को समाप्त करते हुए ध्वस्तीकरण की निविदा में घोटाला करना निंदनीय है, क्योंकि टी.डी.सी को विख्यात करने में गोविंद बल्लभ पंत और हेमं ती नंदन बहुगुणा का हाथ है। ऐसे में निविदा कराने का ठेका ऐसे अधिकारियों को दिया गया। जो वर्ष 2017 में खुद ही16 करोड़ के घोटाले में फंसे थे और भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।
राजकुमार ठुकराल,पूर्व विधायक ।
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